भारतीय संविधान की प्रस्तावना की भाषा को किस देश से लिया गया है – ऑस्ट्रेलिया
किसने भारतीय संविधान की प्रस्तावना को संविधान का कुंजी नोट कहा था – अर्नेस्ट बार्कर
भारतीय गणतंत्र की प्रकृति किस प्रकार है – संपूर्ण प्रभुत्व संपन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक, गणराज्य
कौन सा शब्द भारत के संविधान की उद्देशिका में नहीं है – लोक कल्याण
प्रस्तावना का वह प्रावधान, जो सभी वयस्क नागरिकों को मतदान का अधिकार प्रदान करता है कहलाता है – लोकतंत्र
भारतीय संविधान की प्रस्तावना में पंथनिरपेक्ष व समाजवादी शब्द जोड़े़ गए – 42वें संविधान संशोधन द्वारा(1976)
अब तक भारत के संविधान की उद्देशिका में कितनी बार संशोधन किया जा चुका है – एक बार
भारत के संविधान के उद्देशिका में कितने प्रकार की न्याय की व्यवस्था की गई है – तीन( सामाजिक , आर्थिक और राजनीतिक न्याय)
किसने भारतीय संविधान की प्रस्तावना को हमारे संप्रभु, लोकतांत्रिक गणतंत्र की जन्मकुंडली कहा | – के .एम.मुंशी ने
संविधान की प्रस्तावना में प्रयुक्त शब्द पंथनिरपेक्ष का अर्थ है – सभी नागरिकों को धर्म एवं उपासना की स्वतंत्रता
भारत में संसदीय प्रणाली किस देश से प्रेरित हैं – ब्रिटेन
वर्तमान में भारतीय संविधान में कितने भाग हैं- 22 भाग
भारतीय संविधान को अर्द्धसंघीय संविधान की संज्ञा किसने प्रदान की कैसी है – के.सी.ह्रेयर
हम ,भारत के लोग( we,the people of India) शब्दों का प्रयोग संविधान में कहां किया गया है– संविधान की प्रस्तावना में
के .एम. मुंशी का संबंध किससे है – संविधान की प्रारूप समिति से
किसी राज्य के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण तथ्य है- संप्रभुता
(संप्रभुता संपन्न(sovereign) – संविधान की प्रस्तावना के अनुसार, भारत एक संपूर्ण प्रभुत्व संपन्न राष्ट्र होगा | इससे स्पष्ट है कि ,भारत अपनी आंतरिक एवं बाह्य मामलों में किसी भी विदेशी सत्ता के अधीन नहीं हैं तथा वह अपने किसी भी आंतरिक एवं बाह्य नीति निर्धारित करने के लिए किसी भी राष्ट्र के साथ संधि एवं मित्रता करने के लिए पूर्णतः स्वतंत्र है|)
मूल अधिकार कहां से लिया गया है ?– अमेरिका
आठवीं अनुसूची में कितनी भाषाएं ?हैं- 22 भाषाएं
स्वतंत्र भारत की लोकसभा का पहला अध्यक्ष कौन था? – जी. वा. मावलंकर
संविधान के हृदय और आत्मा किस अनुच्छेद में है ?- अनुच्छेद 32
भारत के संविधान सभा का संवैधानिक सलाहकार कौन था? – बीएन राव
भारतीय संविधान सभा का अध्यक्ष कौन था ?– डॉ राजेंद्र प्रसाद
भारतीय संविधान की समवर्ती सूची की धारणा किस देश से ली गई है?- ऑस्ट्रेलिया
भारतीय संविधान की प्रस्तावना में धर्मनिरपेक्ष शब्द किस संशोधन में जोड़ा गया? – 42वां संशोधन
भारतीय संविधान में कितनी अनुसूचियां हैं? – 12
हमारे संविधान में नीति निदेशक तत्व की अवधारणा कहां से लिया गया है-? आयरलैंड
संविधान के उद्देश्य में समाजवादी और पंथनिरपेक्ष शब्द किस संशोधन के द्वारा जोड़े गए हैं ?- 42 संशोधन द्वारा
भारतीय संविधान में राष्ट्रपति के चुनाव की प्रणाली किस देश से ली गई है? – आयरलैंड
भारतीय संविधान कब मनाया भारतीय संविधान को कब अपनाया गया था ?– 26 नवंबर 1949
हमारा पहली बार राष्ट्रीय गान कब और कहां गाया गया था ?– 27 दिसंबर 1911 कोलकाता में
डॉक्टर बी आर अंबेडकर ने संविधान को हृदय और आत्मा किस अनुच्छेद में कहा था? – अनुच्छेद 32
भारतीय संविधान के प्रारूप समिति के अध्यक्ष कौन थे ?– डॉक्टर भीमराव अंबेडकर
भारतीय संविधान का निर्माता किसे माना जाता है ?- डॉक्टर भीमराव अंबेडकर
हमारे संविधान में मूल अधिकार कहां के संविधान से लिया गया है? – अमेरिका
भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में कितनी भाषाएं शामिल है ?– 22 भाषाएं
संविधान के अंतर्गत भारतीय लोकतंत्र के आदर्शों को हम कहां देख सकते हैं ?– प्रस्तावना में
भारतीय संविधान का संशोधन किस देश से लिया गया था ? – दक्षिण अफ्रीका
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राज्य के नीति -निर्देशक सिद्धांत का वर्णन संविधान के भाग – 4 में अनुच्छेद( 36 से 51 ) तक किया गया है इसकी प्रेरणा आयरलैंड के संविधान से मिली है | इसे न्यायालय द्वारा लागू नहीं किया जा सकता यानी इसे वैधानिक शक्ति प्राप्त नहीं है | किंतु फिर भी इस भाग में अधिक आर्थिक तत्व देश के प्रशासन में मूलभूत है और विधि बनाने में इन तत्वों को लागू करना राज्य का कर्तव्य होगा।
राज्य के नीति- निर्देशक तत्व (directive principles of state policy) जनतांत्रिक संवैधानिक विकास के नवीनतम तत्व हैं। ये वे तत्व है जो संविधान के विकास के साथ ही विकसित हुए है। इन तत्वों का कार्य एक जनकल्याणकारी राज्य (वेलफेयर स्टेट) की स्थापना करना है।
अनुच्छेद 38: राज्य लोक कल्याण की अभिवृद्धि के लिए सामाजिक व्यवस्था बनाएगा जिससे नागरिक को सामाजिक आर्थिक एवं राजनीतिक न्याय मिलेगा।
अनुच्छेद 39(क): सामान्य निशुल्क विधिक सहायता समान कार्य के लिए समान वेतन की व्यवस्था इसी में है पुरुषों और महिलाओं दोनों को समान कार्य के लिये समान वेतन।
अनुच्छेद 39(ख):सार्वजनिक धन का स्वामित्व तथा नियंत्रण इस प्रकार करना ताकि सार्वजनिक हित का सर्वोत्तम साधन हो सके ।
अनुच्छेद 39(ग): धन का सामान वितरण ।
अनुच्छेद 40: ग्राम पंचायतों का संगठन।
अनुच्छेद 41: बेरोज़गारी, बुढ़ापा, बीमारी और विकलांगता के मामलों में कार्य करने, शिक्षा पाने और सार्वजनिक सहायता पाने का अधिकार सुरक्षित करना।
अनुच्छेद 42: राज्य काम की न्यायसंगत और मानवीय परिस्थितियों को सुनिश्चित करने एवं मातृत्व राहत के लिये प्रावधान करेगा।
अनुच्छेद 43: राज्य सभी कामगारों के लिये निर्वाह योग्य मज़दूरी और एक उचित जीवन स्तर सुनिश्चित करने का प्रयास करेगा।
अनुच्छेद 44: नागरिकों के लिए एक समान सिविल संहिता।
अनुच्छेद 46:अनुसूचित जातियों अनुसूचित जनजातियों और अन्य दुर्बल लोगों के शिक्षा और अर्थ संबंधी हितों की अभिवृद्धि।
अनुच्छेद 47: लोगों के पोषण स्तर और जीवन स्तर को ऊपर उठाना और सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार करना।
अनुच्छेद 48: कृषि एवं पशुपालन का संगठन।
अनुच्छेद 48( क ): पर्यावरण का संरक्षण तथा संवर्धन और वन एवं वन्य जीवो की रक्षा।
अनुच्छेद 49: राष्ट्रीय महत्व के स्मारकों स्थानों और वस्तुओं का संरक्षण।
अनुच्छेद 50: कार्यपालिका एवं न्यायपालिका का पृथक्करण।
अनुच्छेद 51 :अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा की अवधि।
अनुच्छेद 350 :का प्राथमिक स्तर पर मातृभाषा में शिक्षा देना।
अनुच्छेद 351: हिंदी का प्रोत्साहन देना।
नीति-निर्देशक सिद्धांत और मौलिक अधिकार में अंतर:-
नीति-निर्देशक तत्व
यह आयरलैंड के संविधान से लिया गया है।
जिसका वर्णन संविधान के भाग 4 में किया गया है।
इसे लागू कराने के लिए न्यायालय नहीं जाया जा सकता है।
यह समाज की भलाई के लिए इसके पीछे राजनीतिक मान्यता है।
यह सरकार के अधिकारों को बढ़ाता है।
यह राज्य सरकार के द्वारा लागू करने के बाद ही नागरिक को प्राप्त होता है।
मौलिक अधिकार:-
मौलिक अधिकार अमेरिका के संविधान से लिया गया है।
इसका वर्णन संविधान के बाद तीन में किया गया है।
इसे लागू कराने के लिए न्यायालय की शरण ले सकते हैं या व्यक्ति के अधिकार के लिए है।
मौलिक अधिकार के पीछे कानूनी मान्यता है।
यह सरकार के महत्व को बताता है।
यह अधिकार या नागरिकों को स्वयं प्राप्त हो जाता है।
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भारत का संविधान- भारत का संविधान सर्वोच्च संविधान है जो संविधान सभा द्वारा 26 नवम्बर 1949 को पारित हुआ तथा ‘26 जनवरी 1950 ‘से प्रभावी हुआ। यह दिन 26 नवम्बर भारत के’ संविधान दिवस’ के रूप में घोषित किया गया है |जबकि भारत में गणतन्त्र दिवस के रूप में 26 जनवरी का दिन मनाया जाता है।भारत के संविधान का मूल आधार भारत सरकार अधिनियम 1935 को माना जाता है।भारत का संविधान सबसे लम्बा लिखित संविधान है।भारतीय संविधान का जनक भीमराव अम्बेडकर को कहा जाता हैं।
भारतीय का संविधान 22 भागों में विभाजित है तथा इसमे 395 अनुच्छेद एवं 12 अनुसूचियाँ हैं।
भारतीय संविधान के भाग
भाग
विषय
अनुच्छेद
i
संघ एवं उसका राज्य
1 से 4
ii
नागरिकता
5 से 11
iii
मौलिक अधिकार
12 से 35
iv
नीति निर्देशक तत्व
36 से 51
v
( क ) मूल कर्तव्य
51 (क)
vi
संघ
52 से 151
vii
राज्य
152 से 237
viii
पहली अनुसूची के भाग (ख) के राज्य
238 (निरसित)
ix
संघ राज्य क्षेत्र
239 से 242
x
पंचायतें
243 से 243
xi
(क) नगर पालिकाएं
243
xii
( ख ) सहकारी सहकारी समितियां
243
xiii
अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति क्षेत्र
244 (क)
xiv
संघ और राज्यों के बीच संबंध
245 से 263
xv
वित्त, संपत्ति, संविदा और वाद
264 से 300 (क)
xvi
भारत के भीतर व्यापार और वाणिज्य एवं समागम
301 से 307
xvii
संघ और राज्यों के अधीन सेवाएँ
308 से 323
xviii
( क ) न्यायाधिकरण 323 ( क )
323 (ख)
xix
निर्वाचन
324 से 329
xx
कुछ वर्गों से संबंधित विशेष प्रावधान
330 से 342
xxi
राजभाषा
343 से 351
xxii
आपात उपबंध
352 से 360
xxiii
प्रकीर्ण
361 से 367
xxiv
संविधान संशोधन
368
xxv
अस्थाई संक्रमण कालीन और विशेष उपबंध.
369 से 392
xxvi
संक्षिप्त नाम प्रारंभ हिंदी में प्राधिकृत पाठ और निरसन.